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राष्ट्रपति ने दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन किया, अब नाम नरेंद्र मोदी स्टेडियम
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को दुनिया के सबसे बड़े और अत्याधुनिक क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन किया जिसका नाम अब सरदार पटेल स्टेडियम की बजाय देश के प्रधानमंत्री के नाम पर नरेंद्र मोदी स्टेडियम होगा जिन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते इसकी संकल्पना की थी। इस स्टेडियम में एक लाख 32 हजार दर्शक बैठ सकते हैं।यहां भारत और इंग्लैंड के बीच बुधवार से दिन रात का तीसरा और चार मार्च से चौथा टेस्ट खेला जाना है। राष्ट्रपति ने उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में कहा ,‘‘ इस स्टेडियम की परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की थी जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। वह उस समय गुजरात क्रिकेट संघ के अध्यक्ष थे।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ यह स्टेडियम पर्यावरण के अनुकूल विकास का एक उदाहरण है।’’ स्टेडियम के नामकरण की बात इसके उद्घाटन तक गुप्त रखी गई थी। कोविंद ने कहा ,‘‘ यह भारत की शक्ति और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। भारत को क्रिकेट का गढ कहा जाता है और इसलिये दुनिया का सबसे बडा स्टेडियम हमारे देश में होना ही चाहिये। इससे भारत को नयी पहचान मिलेगी।’’ राष्ट्रपति ने गृहमंत्री अमित शाह और खेलमंत्री किरेन रीजीजू समेत कई विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी में स्टेडियम का उद्घाटन किया। शाह ने उद्घाटन के बाद कहा ,‘‘ हमने इसका नामकरण देश के प्रधानमंत्री के नाम पर करने का फैसला किया है। यह मोदीजी का ड्रीम प्रोजेक्ट था।’’ राष्ट्रपति ने मौके पर स्टेडियम में खेल परिसर के निर्माण कार्य की शुरूआत के समारोह में भी भाग लिया। इसका नाम सरदार पटेल खेल परिसर होगा और इसमें फुटबॉल, हॉकी, बास्केटबॉल, कबड्डी, मुक्केबाजी जैसे खेलों की सुविधायें होंगी। करीब 215 एकड़ की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत 20 स्टेडियम बनाये जायेंगे जिसमें खिलाड़ियों और कोचों के लिये रिहायशी सुविधा भी होगी। कोविंद ने कहा ,‘‘ मुझे विश्वास है कि इस स्टेडियम से विश्व स्तरीय खेल बुनियादी ढांचे को लेकर अहमदाबाद की दुनिया में नयी पहचान बनेगी।’’ शाह ने कहा ,‘‘ ये तीन परिसर 233 एकड़ में फैले होंगे जो राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल और ओलंपिक तक की मेजबानी के लिये काफी है। ये छह महीने में तैयार हो जायेंगे।’’ करीब 63 एकड़ से अधिक परिसर में फैले नरेंद्र मोदी स्टेडियम की दर्शक क्षमता एक लाख 32 हजार है और इस पर 800 करोड़ रूपये खर्च किये गए हैं। इससे पहले मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड सबसे बड़ा स्टेडियम था जिसकी दर्शक क्षमता 90000 है। उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे विश्वास है कि इससे खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन में मदद मिलेगी। हमारे कई खिलाड़ी कठिनाइयों का सामना करके छोटे शहरों से आते हैं। जीसीए ने जिन खिलाड़ियों को प्रोत्साहन दिया है , उनमें आज के लोकप्रिय नाम जसप्रीत बुमराह और अक्षर पटेल शामिल हैं।’’ प्रेस सूचना ब्यूरो द्वारा जारी सूचना में कहा गया ,‘‘ यह ओलंपिक आकार के 32 फुटबॉल स्टेडियमों के बराबर का है।’’ इस मैदान को 2015 में नवीनीकरण के लिये बंद कर दिया गया था। यह क्रिकेट के इतिहास के कई गौरवशाली पलों का साक्षी रहा है। इसमें सुनील गावस्कर का 1987 में 10000 टेस्ट रन पूरे करना और कपिल देव का 432 टेस्ट विकेट लेकर 1994 में सर रिचर्ड हैडली का रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाला गेंदबाज बनना शामिल है। एमसीजी की डिजाइन बनाने वाले आस्ट्रेलियाई आर्किटेक्ट फर्म पोपुलस समेत कई विशेषज्ञ इसके निर्माण में शामिल थे। इसमें लाल और काली मिट्टी की 11 पिचें बनाई गई है। यह दुनिया का अकेला स्टेडियम है जिसमें मुख्य और अभ्यास पिचों पर एक सी मिट्टी है। रीजीजू ने उद्घाटन के मौके पर कहा ,‘‘ हम बचपन में भारत में सबसे बड़े स्टेडियम का सपना देखते थे और अब बतौर खेलमंत्री इसे पूरा होते देखकर मेरी खुशी का ठिकाना नहीं है। ’’ पिछले कुछ दिनों से यहां अभ्यास कर रहे भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने भी इस मैदान की जमकर प्रशंसा की है। इसमें ऐसा ड्रेनेज सिस्टम लगाया गया है कि बारिश के बाद पानी निकालने के लिये सिर्फ 30 मिनट लगेंगे। इसमें एलईडी लाइट छत के परिमाप के साथ ही फिक्स कर दी गई है जिससे लाइट जलने पर परछाई नहीं बनेगी। यह ऐसा अकेला क्रिकेट स्टेडियम है जिसमें चार ड्रेसिंग रूम है। इसके अलावा क्रिकेट अकादमी, इंडोर अभ्यास पिचें और दो अलग अभ्यास मैदान हैं।