Bihar
बिहार में तबलीगी जमात से जुड़े 57 विदेशी गिरफ्तार
पटना। बिहार के विभिन्न जिलों से पुलिस ने तबलीगी जमात से जुड़े 57 विदेशी नागरिकों को वीजा नियमों का उल्लंघन करने के मामले में मंगलवार को गिरफ्तार किया। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा ने बताया कि किर्गिस्तान निवासी कुल 17 लोगपर्यटन वीजा पर भारत आए थे और वीजा नियम का उल्लंघन करते हुए धार्मिक प्रचार कार्य कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इन लोगों के खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई और उन्हें जेल भेज दिया गया है।
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उल्लेखनीय है कि 23 मार्च को पुलिस ने इन लोगों को पटना के दीघा और फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र से हिरासत में लेकर उनकी पटना एम्स में मेडिकल जांच करायी थी और कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं पाए जाने पर उन्हें अलग अलग स्थानों पर पृथकवास में रखा गया था। किशनगंज के पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने बताया कि पर्यटन वीजा पर यहां आए 10 इंडोनेशिया और एक मलेशिया के नागरिक को वीजा नियम का उल्लंघन किये जाने और किशनगंज आने की स्थानीय पुलिस को जानकारी नहीं देने के मामले में इन विदेशी नागरिकों के विरुद्ध सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
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उन्होंने कहा कि 31 मार्च को इनकी मेडिकल जांच करायी गयी थी जिसकी रिपोर्ट चार दिनों के बाद और जांच में सभी में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं पाया गया था। आशीष ने कहा कि इन विदेशी लोगों को एहतियात के तौर पर एक स्थानीय मस्जिद में पृथक कर रखा गया था। बिहार के अररिया जिला में वीजा के नियमों का उल्लंघन के आरोप में तबलीगी जमात से जुडे 18 विदेशियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक धूरत सायली ने बताया कि गिरफ्तार किए गए विदेशियों में नौ मलेशियाई और नौ बांग्लादेशी शामिल हैं। इनमें से नौ मलेशियाई नागरिकों के खिलाफ अररिया नगर थाने में, नौ बांग्लादेशी नागरिक के विरूद्ध नरपतगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। दिल्ली से अररिया पहुंचे इन मलेशियाई नागरिकों की 24 मार्च को मेडिकल जांच करायी गयी थी और उनमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए थे। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज से अररिया पहुंचे नौ बांग्लादेशी नागरिकों की भी मेडिकल जांच करायी गयी थी और उनमें भी कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए थे और उन्हें गत चार मार्च से ही नरपतगंज के रेवाही मस्ज़िद में पृथक कर रखा गया था।