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एसबीआई में FD की ब्याज दर 16 साल के निचले स्तर पर पहुंची, मिनिमम बैलेंस में राहत तो ब्याज पर चलाई कैंची
SBI interest rates on fixed deposits: 16 साल के बाद भारतीय स्टेट बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज को 6 पर्सेंट से कम कर दिया है। बुधवार को एसबीआई ने एक से 5 साल तक के फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज को 6 पर्सेंट से घटाते हुए 5.9 पर्सेंट कर दिया।
SBI interest rates on fixed deposits: भारतीय स्टेट बैंक ने एक तरफ मिनिमम बैलेंस की लिमिट को हटाने का फैसला लेकर 44.5 करोड़ खाताधारकों को राहत दी है तो दूसरी तरफ फिक्स्ड डिपॉजिट और सेविग्स अकाउंट पर ब्याज में कैंची भी चलाई है। 2004 यानी 16 साल के बाद भारतीय स्टेट बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज को 6 पर्सेंट से कम कर दिया है। बुधवार को एसबीआई ने एक से 5 साल तक के फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज को 6 पर्सेंट से घटाते हुए 5.9 पर्सेंट कर दिया।
इसके साथ ही बैंक ने बचत खातों पर ब्याज में भी कटौती कर दी है। एक लाख रुपये तक की जमा राशि पर सालाना 3.25 फीसदी और एक लाख रुपये से अधिक के डिपॉजिट पर 3 पर्सेंट ब्याज का फैसला लिया गया है। अगस्त 2004 के बाद यह पहला मौका है, जब देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक ने एफडी पर ब्याज की दर को 6 फीसदी से कम कर दिया है।
दरअसल भारतीय स्टेट बैंक ने अप्रैल, 2017 में मिनिमम बैलेंस से कम राशि जमा होने पर चार्ज वसूलने का फैसला लिया था। हालांकि इससे पहले लगातार 5 साल तक ऐसा कोई चार्ज नहीं लिया जाता था। फाइनेंशियल ईयर 2018 में बैंक ने मिनिमम बैलेंस न बनाए रखने वाले ग्राहकों से 2,400 करोड़ रुपये की वसूली जुर्माने के तौर पर की थी। गौरतलब है कि भारतीय स्टेट बैंक ने एमसीएलआर में भी 10 बेसिस पॉइंट्स की कमी है। 100 बेसिस पॉइंट्स का अर्थ एक फीसदी होता है।