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बिहार पुलिस के दल ने सुशांत के बैंक खातों की छानबीन की, रिया के घर पहुंचा
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या मामले में जांच के लिए मुंबई पहुंचे बिहार पुलिस के दल ने बृहस्पतिवार को राजपूत के वित्तीय लेनदेन और बैंक खातों के ब्योरे के छानबीन की प्रक्रिया शुरू कर दी। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने यह बात कही। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के एक अधिकारी ने कहा कि बुधवार को यहां पहुंचा बिहार पुलिस का दल राजपूत की दोस्त अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के घर समेत अनेक जगहों पर गया, लेकिन रिया अपने घर पर नहीं मिलीं। रिया के खिलाफ पटना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है जिसमें उन पर राजपूत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप हैं। अधिकारी के अनुसार बिहार पुलिस ने राजपूत के वित्तीय लेनदेन की छानबीन शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया के तहत चार सदस्यीय दल बांद्रा स्थित एक बैंक भी पहुंचा जहां सुशांत का खाता था। उन्होंने कहा कि बिहार के पुलिस अधिकारी अभी तक मुंबई पुलिस द्वारा इकट्ठे किये गये सबूतों और दर्ज किये गये बयानों को भी देख रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि वे राजपूत की पूर्व महिला मित्र अंकिता लोखंडे समेत उनसे जुड़े रहे अन्य कुछ लोगों से सवाल-जवाब कर सकते हैं।
सुशांत मामला: रिया चक्रवर्ती पटना में दर्ज प्राथमिकी के मुंबई स्थानांतरण के लिये शीर्ष अदालत पहुंचीं
सुशांत के पिता कृष्ण कुमार सिंह (78) ने मंगलवार को रिया चक्रवर्ती और छह अन्य के खिलाफ पटना में एक शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद बिहार पुलिस का चार सदस्यीय दल बुधवार को मुंबई अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त (अन्वेषण-1) के कार्यालय पहुंचा था। इस बीच महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के कथित खुदकुशी मामले में जांच के लिए मुंबई में मौजूद बिहार पुलिस के दल ने तय प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया। देसाई ने यहां एक समाचार चैनल से कहा,‘‘जब किसी राज्य से एक पुलिस दल जांच के लिए दूसरे राज्य में आता है तो कुछ प्रोटोकॉल का पालन करना होता है। इनका पालन नहीं किया गया।’’ महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने राजपूत (34) कीमौत के मामले में सीबीआई जांच की संभावना बुधवार को खारिज कर दी थी। सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को यहां अपने बांद्रा स्थित अपार्टमेंट में छत से मृत लटके मिले थे। देखमुश ने कहा था, ‘‘मुंबई पुलिस मामले की जांच कर रही है और मामला सीबीआई को सौंपने का कोई सवाल ही नहीं उठता।