Bihar
CM नीतीश की पहली डिजिटल रैली, निशाने पर लालू परिवार, कोरोना को बताया बड़ा संकट
राज्य के सीएम नीतीश कुमार ने पहली डिजिटल रैली की और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। सूबे के मुखिया ने कोरोना टेस्ट से लेकर बिजली पर अपनी सरकार के काम गिनाए और विपक्षियों पर हमला किया। नीतीश ने कहा कि बिहार में बाहर से आए 15 लाख से ज़्यादा लोग जो 14 दिन क्वारंटीन केंद्र में रखे गए, उन पर एक व्यक्ति पर राज्य सरकार की तरफ से 5,300 रुपये खर्च किए गए। लोगों को पता है कि बिहार जैसे राज्य में हमने किस तरह से लोगों की खिदमत की है। मैं किसी बात को प्रचारित नहीं करता रहा हूं, मेरी आदत नहीं है। मेरा काम है, कर्तव्य है लोगों की सेवा करना। बहुत लोग काम कम करते हैं प्रचार ज़्यादा। नीतीश ने कहा कि हम तो रोजगार सृजन भी कर रहे हैं। बोलने वाले पता नहीं कुछ भी बोल रहे हैं, उन्हें पता भी नहीं कि क्या काम चल रहा है। राज्य सरकार की तरफ से 5,50,246 योजनाओं में 14 लाख से ज्यादा रोजगार का सृजन किया गया है। औसतन प्रतिदिन लगभग दस लाख लोगों को काम मिल रहा है। नीतीश ने लालू यादव के परिवार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि चंद्रिका राय और उनकी पुत्री के साथ क्या व्यवहार हुआ ? पढ़ी-लिखी लड़की के साथ क्या व्यवहार हुआ? नीतीश कुमार ने कहा कि मैं परिवार के मामलों में नहीं जाना चाहता..लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार के साथ क्या व्यवहार हुआ?