Bihar
पटना में परीक्षण में तेजी जाने के लिए ICMR ने अत्याधुनिक मशीन लगायी
पटना के राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आरएमआरआईएमएस) में नमूनों के परीक्षण में तेजी लाने के लिए अत्याधुनिक कोविड-19 परीक्षण मशीन लगायी गयी है। आईसीएमआर ने एक बयान में कहा कि कोबास 6800 नामक यह मशीन प्रतिदिन 1500 तक परीक्षण कर सकती है जिससे पटना में परीक्षण सुविधा की रफ्तार बढ़ाने में मदद मिलेगी। रोबोट आधारित इस मशीन से स्वास्थ्यकर्मियों में संक्रमण का जोखिम न्यूनतम रह जाता है क्योंकि इससे सीमित मानव हस्तक्षेप से दूर से चलाया जा सकता है। आईसीएमआर के महानिदेशक प्रो.बलराम भार्गव ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘ यह बिहार में अपनी तरह की पहली सुविधा है और इससे इस संस्थान में कोविड-19 नैदानिक प्रयोगशाला के क्षमता निर्माण में मदद मिलेगी। ’’
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भार्गव ने कहा कि इस कदम से बिहार में परीक्षण क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी क्योंकि राज्य में बड़ी संख्या में परीक्षण की जरूरत है और इसकी वजह यह है कि देश के विभिन्न हिस्सों से प्रवासी बिहार आ रहे हैं। फिलहाल आरएमआरआईएमआई चार आरटी-पीसीआर मशीनों से रोजाना करीब 2000 परीक्षण हो रहा है। उसके लिए चौबीसों घंटे तीन पालियों में 25 लोग काम करते हैं। विज्ञप्ति के अनुसार जब कोविड-19 नियंत्रण में आ जाएगा तब इस मशीन का उपयोग हेपाटाईटिस बी एवं सी, एचआईवी, माइकोबैक्टेरियम ट्यूबरकुलोसिस, साइटोमेगालोवायरस, आदि जैसे रोगाणुआों का पता लगाने के लिए किया जा सकता है। इस संस्थान में अब तक कोविड-19 के करीब 65,000 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है।