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हाथरस में आप सांसद संजय सिंह पर फेंकी गयी स्याही, केजरीवाल ने घटना की निंदा की
हाथरस मामले में सोमवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात कर लौट रहे आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह पर एक व्यक्ति ने स्याही फेंक दी। सिंह ने को बताया कि जब वह पुलिस सुरक्षा में पीड़ित परिवार से मुलाकात करके वापस लौट रहे थे, तभी दीपक शर्मा नामक व्यक्ति ने उन पर स्याही छिड़क दी। यह कायरतापूर्ण हरकत पुलिस की मौजूदगी में ही हुई। घटना के बाद आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि यह घटना उत्तर प्रदेश सरकार में बैठे लोगों की हार और बदहवासी को दिखाती है। केजरीवाल ने ट्वीट किया संजय जी उप्र सरकार के अन्याय और अत्याचार के ख़िलाफ़ आप निडर होकर बोलते रहे हैं। उन्होंने आप पर 14 मुकदमे दर्ज किये, कार्यालय सील किया, पर आपको गिरफ़्तार करने की हिम्मत नहीं कर पाए तो आज हमला करवा दिया। ये उप्र सरकार में बैठे लोगों की पराजय और बदहवासी दिखाता है। इसका मतलब आप सही रास्ते पर हैं। सिंह ने बताया कि घटना के वक्त उनके साथ आप विधायक राखी बिडलान और अजय दत्त तथा पार्टी प्रदेश पदाधिकारी फैसल लाला समेत कई नेता मौजूद थे। आप के राज्यसभा सदस्य ने बाद में ट्वीट कर एक फोटो टैग की, जिसमें स्याही छिड़कने वाला दीपक शर्मा अपर पुलिस महानिदेशक (कानून—व्यवस्था) प्रशांत कुमार के साथ खड़ा दिख रहा है।
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सिंह ने ट्वीट में कहा अब कुछ समझना बाकी है क्या? ये है वह आरोपी जिसने हमला किया। साथ में हैं एडीजी लॉ एण्ड आर्डर प्रशांत कुमार। हम पुलिस सुरक्षा में थे। योगी जी अपनी काली करतूतों को काली स्याही के पीछे न छिपायें। सामने से गोली चलवाओ। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन पर चाहे जितने मुकदमे लिखवा दें, जेल भेजे या लाठी चलाएं अथवा हत्या करवा दें लेकिन हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने की लड़ाई जारी रहेगी। टीवी चैनलों पर चल रही फुटेज में दिखाया गया है कि सिंह जब संवाददाताओं को बयान देने जा रहे थे तभी उन पर स्याही फेंक दी गयी। स्याही फेंकने वाला व्यक्ति नारे लगा रहा था पीएफआई दलाल वापस जाओ। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) एक कट्टरपंथी संगठन है। संजय सिंह गत एक दलित लड़की से कथित रूप से बलात्कार के बाद उसकी मौत के मामले में पीड़ित परिवार से मुलाकात करने गये थे। आरोप है कि अगड़ी जाति के चार युवकों ने 14 सितम्बर को इस लड़की से सामूहिक बलात्कार और मारपीट की थी। हालत खराब होने पर उसे पहले अलीगढ़ के अस्पताल में और फिर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान गत 29 सितम्बर को उसकी मौत हो गयी थी।