National
आखिर क्यों हुआ रविशंकर प्रसाद और शशि थरूर में समझौता?
अभिषेक रंजन : रवि शंकर प्रसाद ने शशि थरूर के ऊपर दिए गए अपने एक बयान को वापस ले लिया है और उनसे समझौते की मांग रखी। यह पूरा मांजरा २०१९ के चुनाव के पहले का है जब शशि थरूर ने यह वक्तव्य दिया था कि किसी आरएसएस के व्यक्ति ने प्रधानमंत्री मोदी कि तुलना “शिवलिंग पर बैठे हुए बिच्छू” से की है।
Pleased to announce the amicable settlement of my recent differences with Shri @rsprasad. pic.twitter.com/FvF1p9PqaA
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 21, 2020
इसी के जवाब में रवि शंकर प्रसाद ने शशि थरूर को “हत्या का आरोपी” कहा था। तब शशि थरूर ने कानून मंत्री के ऊपर मानहानि का केस दायर किया था। आपको याद दिला दे की शशि थरूर की पत्नी का निधन दिल्ली के मशहूर लीला होटल में हुई थी जिसकी छानबीन अभी भी जारी है और शशि थरूर पे किसी तरह का आरोप साबित नहीं हुआ है।
अपनी भूल को सुधारते हुए रवि शंकर प्रसाद ने शशि थरूर को एक पत्र लिखकर अपने शब्दों को वापस ले लिया और ये लिखा कि उनका थरूर से परिचय राजनीतिक जीवन से पहले संयक्त राष्ट्र के वक़्त से है। राजनीतिक तौर पे मतभेद तो रहते ही है पर उन्हें पूरी सूचना के बाद कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद अपना बयान वापस लेते है।
शशि थरूर ने भी सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर के माध्यम से यह जानकारी दी की वो केस को वापस ले लेंगे और रवि शंकर प्रसाद से समझौता स्वीकार करते है।